राजस्थान: कांग्रेस की चौथी सूची से नाराज नेताओं ने बगावत का बिगुल फूंका
कांग्रेस की चौथी सूची आते ही कुछ नेताओं के बगावती सुर फूट पड़े। राजगढ़-लक्ष्मणगढ़ सीट से कांग्रेस विधायक जौहरी लाल मीणा टिकट कटने की आशंका पर मंगलवार दिन में ही फूलबाग स्थित पूर्व मंत्री जितेंद्र सिंह के आवास पर समर्थकों के साथ पहुंच गए और विरोध प्रदर्शन किया। आखिर में समर्थकों ने पार्टी छोड़ने की चेतावनी दी है। अन्य कुछ अन्य नेताओं ने भी नाराजगी जाहिर की है।
कांग्रेस की तीन सूची जारी होने के बाद पार्टी में कुछ नेताओं ने विरोध दायर कर दिया था। इसी को देखकर पार्टी ने चौथी सूची देरी से जारी की, लेकिन विरोध फिर शुरू हो गया। दावेदारों ने आपत्तियां दायर की हैं तो कहीं चुनाव लड़ने के एलान की बात सामने आई है। जौहरी लाल मीणा ने भी संकेत दे दिए हैं कि वह भी जरूरत पड़ने पर कांग्रेस छोड़ सकते हैं।
जिला प्रमुख बलबीर छिल्लर किशनगढ़बास से टिकट मांग रहे थे, लेकिन नहीं मिला तो उनका मन भी खट्टा हो गया। हालांकि उन्होंने कहा है कि वह कांग्रेस के सिपाही हैं। कांग्रेस के जिला प्रमुख हैं। ऐसे में वह पार्टी से अलग नहीं जा सकते लेकिन उनके बेटे-पत्नी का पता नहीं। वह कोई भी निर्णय ले सकते हैं। उनका निर्णय मेरा नहीं है।
नगर निगम के पार्षद नरेंद्र मीणा राजगढ़-लक्ष्मणगढ़ से चुनाव की तैयारी कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वह कई दिनों से तैयारी कर रहे थे। उन्हें टिकट नहीं मिलने से उनके समर्थकों की हार हुई है। उन्होंने अपने समर्थकों को बुधवार को अपने कार्यालय एकत्रित होने के कहा है। माना जा रहा है कि वह चुनावी मैदान में कूद सकते हैं।
राजगढ़-लक्ष्मणगढ़ से जौहरीलाल मीणा का टिकट काट रैणी प्रधान मांगीलाल मीणा को चुनाव मैदान में उतारा गया है। वहीं कठूमर से कांग्रेस के मौजूदा विधायक बाबूलाल बैरवा का टिकट काट जिला पार्षद संजना जाटव को मौका दिया गया है। बाबूलाल बैरवा वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव से पूर्व भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए और कांग्रेस से विधायक चुने गए। किशनगढ़बास से कांग्रेस ने फिर से अपने वरिष्ठ नेता और मौजूदा विधायक दीपचंद खैरिया पर दांव लगाया है।