स्पीकर पर तकरार: पहली बार विपक्षी उम्मीदवार, सदन का पहला रण स्पीकर पर
नई दिल्ली, 24 जून। लोकसभा स्पीकर पद के लिए इस बार पहली बार विपक्षी उम्मीदवार को मैदान में उतारा गया है। स्पीकर पद के चुनाव में अब ओम बिड़ला और के सुरेश के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा। इस घटनाक्रम से लोकसभा में स्पीकर पद के चुनाव पर पहली जंग की शुरुआत हो गई है, जिससे संसद में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
ओम बिड़ला, जो NDA के अधिकृत प्रत्याशी हैं, और के सुरेश, जिन्हें विपक्ष ने अपना उम्मीदवार घोषित किया है, दोनों ने स्पीकर पद के लिए अपने-अपने नामांकन भरे हैं। ओम बिड़ला ने पहले भी इस पद पर रहते हुए अपनी काबिलियत और नेतृत्व क्षमता का परिचय दिया है, जबकि के सुरेश विपक्ष के मजबूत उम्मीदवार माने जा रहे हैं।
यह पहली बार है जब स्पीकर पद के चुनाव में सर्वसम्मति नहीं बन पाई है और परंपरा टूटी है। आमतौर पर, स्पीकर का चुनाव सर्वसम्मति से होता आया है, लेकिन इस बार विपक्ष ने अपने उम्मीदवार को उतारकर स्पष्ट संदेश दिया है कि वे सरकार के खिलाफ मजबूत चुनौती पेश करेंगे।
ओम बिड़ला और के सुरेश के बीच स्पीकर पद के लिए होने वाला यह मुकाबला भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना के रूप में देखा जा रहा है। सदन में इस चुनाव को लेकर विभिन्न दलों के बीच गर्मा-गर्मी की संभावना है और यह देखना दिलचस्प होगा कि कौन इस प्रतिष्ठित पद पर विजय प्राप्त करता है।
इस मुकाबले ने संसद में बहस और चर्चाओं के नए द्वार खोल दिए हैं, जहां सदन के सदस्य अपने-अपने उम्मीदवारों के समर्थन में तर्क-वितर्क करेंगे। स्पीकर पद का यह चुनाव न केवल सदन के कामकाज को प्रभावित करेगा, बल्कि देश की राजनीति की दिशा भी तय करेगा।