राजस्थान में कांग्रेस का टिकट वितरण: ‘मेरिट’ पर रहेगा जोर, गठबंधन की संभावना खत्म :पायलट

राजस्थान में कांग्रेस का टिकट वितरण: ‘मेरिट’ पर रहेगा जोर, गठबंधन की संभावना खत्म :पायलट
  • कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा है कि राजस्थान विधानसभा चुनाव में टिकट वितरण पूरी तरह से मेरिट के आधार पर होगा।
  • उन्होंने कहा कि जो धरातल पर मजबूत है और जिनकी जीत की संभावना है, उन्हें ही टिकट दिया जाएगा।
  • पायलट ने राजस्थान में कांग्रेस के गठबंधन की जगह अकेले लड़ने की पैरवी की है।
  • उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपने दम पर पूर्ण बहुमत की सरकार बना सकती है।
  • पायलट ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के दम पर राजस्थान में सरकार बनेगी और एनडीए का पतन होगा।

सचिन पायलट ने कहा कि राजस्थान विधानसभा चुनाव में टिकट वितरण के लिए कोई व्यक्तिगत सिफारिश नहीं मानी जाएगी। टिकट वितरण के लिए केवल मेरिट ही मापदंड होगा। पायलट ने कहा कि पार्टी लगातार पर्यवेक्षकों के माध्यम से कार्यकर्ताओं का फीडबैक ले रही है। इस फीडबैक के आधार पर ही टिकट वितरण किया जाएगा।

पायलट ने राजस्थान में कांग्रेस के गठबंधन की संभावना से भी इनकार किया है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस और भाजपा के बीच में चुनाव होता है। बीजेपी की तुलना में कांग्रेस इतनी मजबूत है कि अपने दम पर पूर्ण बहुमत की सरकार बना सकती है।

पायलट ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के दम पर राजस्थान में सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी कार्यकर्ताओं को साध रही है और राहुल गांधी का व्यक्तिगत रूप से राजस्थान पर पूरा ध्यान केंद्रित है।

पायलट ने नेताओं के पार्टी छोड़ने पर कहा कि चुनाव का समय है। कुछ लोग पार्टी छोड़ेंगे, कुछ जॉइन भी करेंगे, यह व्यक्ति का निर्णय होता है। सही है या गलत निर्णय है, यह जनता तय करेगी।

  • पायलट ने कहा कि टिकट वितरण के लिए तीन मापदंड होंगे:
  • मेरिट: धरातल पर मजबूत उम्मीदवारों को टिकट दिया जाएगा।
  • विविधता: सभी वर्गों के उम्मीदवारों को टिकट दिया जाएगा।
  • जीत की संभावना: जिन उम्मीदवारों की जीत की संभावना अधिक है, उन्हें टिकट दिया जाएगा।
  • पायलट ने कहा कि कांग्रेस पार्टी राजस्थान विधानसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने के लिए पूरी तरह से तैयार है।

सचिन पायलट के बयान से स्पष्ट है कि कांग्रेस पार्टी राजस्थान विधानसभा चुनाव में टिकट वितरण के लिए एक नई नीति अपना रही है। पार्टी अब मेरिट को सबसे प्रमुख मापदंड मान रही है। यह नीति पार्टी को मजबूत बनाने और चुनाव में जीत हासिल करने में मदद कर सकती है।