संविधान पार्क में स्वामी विवेकानंद व डॉ. राधाकृष्णन की प्रतिमाओं का अनावरण, 363 खेजड़ी पौधे रोपे गए

डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय, जोधपुर के करवड़ परिसर स्थित संविधान पार्क में बुधवार को एक ऐतिहासिक एवं प्रेरणास्पद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में राज्यपाल एवं कुलाधिपति हरिभाऊ बागडे की गरिमामयी उपस्थिति रही।
इस अवसर पर स्वामी विवेकानंद एवं डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की भव्य प्रतिमाओं का अनावरण किया गया। साथ ही पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक अनूठी पहल के तहत शहीद अमृता देवी बिश्नोई की स्मृति में 363 खेजड़ी पौधों का सामूहिक वृक्षारोपण किया गया। यह संख्या उस ऐतिहासिक बलिदान को दर्शाती है, जब खेजड़ियों की रक्षा के लिए बिश्नोई समाज के 363 लोगों ने अपने प्राण न्यौछावर किए थे।
राज्यपाल ने दिया युवाओं को पर्यावरणीय दायित्व का संदेश
राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने अपने संबोधन में कहा कि यह आयोजन केवल एक औपचारिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि यह राष्ट्रीय चेतना, प्रकृति के प्रति प्रेम और सांस्कृतिक मूल्यों का जीवंत प्रतीक है। उन्होंने कहा कि विवेकानंद और डॉ. राधाकृष्णन की प्रतिमाएं शिक्षा, सेवा और जीवन मूल्यों की प्रेरणा देती हैं।
“संविधान पार्क अब केवल एक स्थल नहीं, बल्कि यह युवाओं के लिए आदर्श और विचारों का केंद्र बन गया है,” — राज्यपाल बागडे
राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं से अपील की कि वे अपने द्वारा लगाए गए पौधों के साथ एक स्मृति-चित्र लें और उनकी नियमित देखभाल कर पर्यावरणीय उत्तरदायित्व को निभाएं।
उपमुख्यमंत्री ने दी भारतीय संस्कृति के संरक्षण की प्रेरणा
इस अवसर पर कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन भारतीय संस्कृति, आयुर्वेद और पर्यावरण के संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
उन्होंने कहा,
“शहीद अमृता देवी का बलिदान हमें पर्यावरण के प्रति हमारी जिम्मेदारियों की याद दिलाता है। सामूहिक पौधारोपण न केवल श्रद्धांजलि है, बल्कि यह युवा पीढ़ी को प्रकृति से जोड़ने का माध्यम भी है।”
कार्यक्रम में सभी अतिथियों, विश्वविद्यालय प्रशासन, संकाय सदस्यों और छात्र-छात्राओं ने श्रद्धांजलिपूर्वक वृक्षारोपण किया और पर्यावरण संरक्षण के लिए संकल्प लिया।