राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केन्द्र, राष्ट्रीय आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण, भारत सरकार एवं सेन्टर फोर डिजीज कंट्रोल, यू.एस. के समन्वय से प्रदेश में आपदा प्रबन्धन एवं पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी के आमुखीकरण हेतु उदयपुर के निजी होटल में तीन दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। अतिरिक्त मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग श्रीमती शुभ्रा सिंह ने मंगलवार को उदयपुर में प्रशिक्षण का शुभारंभ किया। उन्होंने बताया कि आपदा प्रबन्धन व पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी एक अति महत्वपूर्ण एवं संवदेनशील विषय है और इस संबंध में आयोजित प्रशिक्षण, किसी भी अप्रत्याशित घटना के समय जान एवं माल की सुरक्षा प्रदान करने में मददगार होगा।
निदेशक (जन स्वास्थ्य) ने बताया कि उक्त प्रशिक्षण में विभाग को तकनीकी बिन्दुओं की जानकारी के साथ ही आपदा विभाग से समन्वय किये जाने के संबंध में योजना तैयार की जा सकेंगी। डॉ. अतुल गोयल, स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक, नई दिल्ली द्वारा उक्त प्रशिक्षण की महत्वता से प्रतिभागियो को अवगत कराया। राज्य नोडल अधिकारी, आईडीएसपी डॉ प्रवीण असवाल ने अवगत कराया कि उक्त प्रशिक्षण में जोधपुर, उदयपुर व भरतपुर संभाग के सभी जिलो के उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (स्वास्थ्य) एवं एपिडिमियोलोजिस्ट एवं मेडिकल कॉलेज के पीएसएम विभाग के चिकित्सक उपस्थित होंगे। शेष चार संभाग जयपुर, अजमेर, कोटा व बीकानेर के कार्मिकों को पूर्व में प्रशिक्षण दिया जा चुका है। यह प्रशिक्षण चिकित्सा विभाग के कार्मिकों के साथ-साथ आपदा विभाग, सिविल डिफेेंस विभाग एवं विश्व स्वास्थ्य संगठन के कार्मिकों को भी दिया जा रहा है। उक्त प्रशिक्षण में भारत सरकार से डॉ. हिमांशु चौहान, संयुक्त निदेशक, एनसीडीसी, डॉ. सुजित कुमार सिंह, पूर्व निदेशक, एनसीडीसी, डॉ. मुज्जफर अहमद, पूर्व सदस्य एनडीएमए भी उपस्थित रहे।