केंद्रीय कानून और न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने अंतर-मंत्रालय बार एंड बेंच बैडमिंटन चैंपियनशिप के दूसरे संस्करण का उद्घाटन किया

केंद्रीय कानून और न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने अंतर-मंत्रालय बार एंड बेंच बैडमिंटन चैंपियनशिप के दूसरे संस्करण का उद्घाटन किया

समाज में स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ावा देने के अपने उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए फिट इंडिया मिशन ने कानून और न्याय मंत्रालय के सहयोग से आज यहां त्यागराज खेल परिसर में अंतर-मंत्रालय बार एंड बेंच बैडमिंटन चैंपियनशिप के दूसरे संस्करण का आयोजन किया। इस टूर्नामेंट में न्यायाधीशों, वकीलों और भारत सरकार के अलग-अलग मंत्रालयों के अधिकारियों की उत्साहपूर्ण भागीदारी देखी गई। कार्यक्रम का उद्घाटन केंद्रीय कानून और न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने किया। इस अवसर पर उन्होंने पारंपरिक पोशाक पहनी हुई थी। कार्यक्रम में उनकी उत्‍साहपूर्ण भागीदारी रही। उन्होंने एक लघु प्रदर्शनी मैच में अपनी प्रभावशाली छाप छोड़ी। उन्होंने कहा, "हर किसी को कोई न कोई खेल अवश्य खेलना चाहिए क्योंकि यह आपको फिट रखता है। हमारे माननीय न्यायाधीश और वकील जो यहां भाग ले रहे हैं, वे इस बात से सहमत होंगे कि यदि वे फिट हैं तो भारत फिट है।"

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत में हमारे साधुओं और संतों की परंपरा रही है जो हमें स्वस्थ जीवन शैली जीने के बारे में सिखाते हैं। अब यह जगजाहिर हो गया है कि हम खेलों के माध्यम से फिट रह सकते हैं। चाहे वह ग्रामीण क्षेत्र हो या शहरी, आप देश में कहीं भी जाएं, हर जगह लोगों को खेल खेलते हुए देख सकता हैं।

उन्होंने कहा, "मैं राजस्थान में बीकानेर का रहने वाला हूं और हमारे क्षेत्र में कबड्डी तथा खो-खो बहुत लोकप्रिय रहे हैं। उस समय बैडमिंटन को शहरी खेल के रूप में माना जाता था। आज बैडमिंटन न केवल आपको फिट रखने के लिए बल्कि टीम भावना, समन्वय बनाने और सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करने के लिए भी जाना जाता है। मैं इस अद्भुत पहल के लिए आयोजकों और प्रतिभागियों को बधाई देता हूं।

सुप्रीम कोर्ट के वकील प्रदीप राय, जो इंडिया लीगल एड सेंटर के चेयरमैन भी हैं, ने बताया, “यह दूसरी बार है जब सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट्स ऑन रिकॉर्ड एसोसिएशन सहित सुप्रीम कोर्ट बार के सदस्यों के सहयोग से अंतर मंत्रालय टूर्नामेंट का आयोजन किया गया है। इस टर्नामेंट में सभी आयु वर्ग के न्यायाधीशों, कई वरिष्ठ अधिवक्ताओं, दिग्गजों, युवा वकीलों और सीबीडीटी सहित मंत्रालय के अधिकारियों की अच्छी भागीदारी रही। उन्होंने कहा कि यह एक शानदार आयोजन है और इस तरह का टूर्नामेंट नियमित रूप से आयोजित किया जाना चाहिए ताकि, जिन लोगों को नौकरियों में तनाव होता है, उनका खेलने से फायदा हो सके।

 

इस टूर्नामेंट में 128 खिलाड़ियों ने भाग लिया, जिसमें 64 टीमें पुरुष और महिला युगल श्रेणियों में प्रतिस्पर्धा कर रही थीं। इस कार्यक्रम का संचालन पूर्व बैडमिंटन खिलाड़ी अबंतिका डेका ने कानून और न्याय मंत्रालय तथा फिट इंडिया मिशन के साथ साझेदारी में किया। उन्होंने कहा, “उद्घाटन कार्यक्रम की सफलता के बाद, हम अंतर-मंत्रालय बार एंड बेंच बैडमिंटन चैंपियनशिप के दूसरे संस्करण के लिए इतनी उत्साहजनक भागीदारी देखकर अभिभूत हैं। सुश्री डेका ने कहा कि उम्र या पेशे से हटकर प्रतिभागियों का उत्साह और ऊर्जा का स्तर बेहद प्रभावशाली था। उन्होंने बताया कि चैंपियनशिप अक्टूबर से देशभर में होगी।

सुश्री डेका ने कहा कि इस टुर्नामेंट ने हमें इस साल अक्टूबर से देश भर में अंतर-मंत्रालय बार एंड बेंच बैडमिंटन चैंपियनशिप की मेजबानी करने के लिए प्रेरित किया है। इसके अलावा, मैं विभिन्न मंत्रालयों के लिए कार्यक्रमों का संचालन भी करूंगी। उन्होंने बताया कि कर्मचारियों के लिए स्वस्थ और दुरूस्त जीवनशैली को बढ़ावा देने के लिए सरकारी मंत्रालयों में इस तरह के खेल आयोजनों की मेजबानी को लेकर काफी उत्साह है।

सुश्री डेका ने कहा, “हमारे साथ सहयोग करने के लिए मैं फिट इंडिया मिशन का बहुत आभारी हूं। फिट इंडिया एक शानदार पहल है और यह मेरी अपनी सोच से मेल खाता है कि फिटनेस हर किसी के लिए प्राथमिकता होनी चाहिए। राष्ट्रीय स्तर पर बैडमिंटन खेलने के बाद, मैं समझती हूं कि खेल किसी के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने और स्वस्थ जीवन शैली जीने में कैसे मदद कर सकता है। उन्होंने कहा, "यह देखकर खुशी हुई कि केंद्रीय कानून और न्याय मंत्री न केवल इस कार्यक्रम में शामिल हुए, बल्कि बड़ी खुशी और जोश के साथ खेल में भाग भी ले रहे हैं।"

देश के नागरिकों के बीच शारीरिक चुस्ती-फूर्ती (फिटनेस) और स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने 29 अगस्त, 2019 को फिट इंडिया मिशन पहल को शुरू किया था। इस पहल का उद्देश्य हमारे दैनिक जीवन में किसी भी खेल या फिटनेस गतिविधि को बढ़ावा देने के लिए प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट का समय देना है। इसमें तैराकी, बैडमिंटन, साइकिल चलाना, सीढ़ियां चढ़ना या नृत्य जैसी कोई भी बुनियादी फिटनेस गतिविधि शामिल है। ये फिटनेस गतिविधियां गतिहीन या सुस्त जीवन शैली को समाप्त करती हैं और जीवन में ताजगी लाती हैं।