राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय दीक्षांत समारोह

राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय दीक्षांत समारोह

शुक्रवार 10 मार्च, 2030 को जोधपुर में डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय का छठा दीक्षांत समारोह को मनाया गया।

 ◆ दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र पहुंचे।




राज्यपाल कलराज मिश्र इस संबोधन के प्रमुख अंश

◆ इस अवसर पर राज्यपाल कलराज मिश्र जी ने आयुर्वेदिक की महत्ता

 को लेकर कहा कि कोविड के विकट दौर में हमारी भारतीय चिकित्सा पद्धति के उपचार को विश्वभर में मान्यता दिलाई है।

◆ राज्यपाल कलराज मिश्र ने आयुर्वेद की मुख्य विशेषता को लेकर यह कहा कि यह स्वस्थ व्यक्ति के स्वास्थ्य की रक्षा करने के साथ ही रोग कम करने में प्रभावी है तथा हमारे आयुर्वेदिक ने तो पूरे विश्व में भारत का मान बढ़ाया है और सदियों से बढ़ाता आ रहा है।

◆ साथ ही कहा कि आयुर्वेद के ज्ञान पर आधुनिक दृष्टि से शोध करने की आवश्यकता है। डिजीज को डायग्नोस का जो सिस्टम आयुर्वेद में है, वह अन्यत्र किसी विज्ञान में नहीं है। 

◆ आयुर्वेद विज्ञान से जुड़े प्राचीन ज्ञान का आधुनिक दौर में शोध कर हमें आगे बढ़ाने की जरूरत है।

◆ उन्होंने विश्वविद्यालय के पंचकर्म विभाग में ‘‘सेन्टर ऑफ एक्सिलेन्स’’ सहित अन्य कार्य के लिए राज्य सरकार की ओर से स्वीकृत 44 करोड़ का जिक्र करते हुए कहा कि आयुर्वेद पंचकर्म के अंतर्गत इस सेंटर में उच्च कोटि की सेवाएं देते हुए इसकी ग्लोबल पहचान बनाएं।

दीक्षांत समारोह 2023 के बारे में

◆ वर्ष 2023 के छठे संस्करण में 942 विद्यार्थियों को उपाधि मिली

◆ राज्यपाल मिश्र ने उपाधिधारक विद्यार्थियों को दीक्षा दी।

◆  प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले 06 आयुष स्नातक एवं स्नातकोत्तर विद्यार्थियों को ‘चांसलर गोल्ड मेडल’ से व आयुर्वेद संकाय के टॉपर्स को डाबर इण्डिया लिमिटेड स्वर्णपदक से सम्मानित किया।

◆ साथ ही आयुर्वेद से संबंधित छह पुस्तकों का विमोचन भी किया गया। इनमें आयुर्वेदिक फोर्मुलरी ऑफ यूनिवर्सिटी फॉर्मेसी, आयुर्वेद परिचय एव सिद्धान्त तथा धनंजय आयुर्वेद संग्रह के साथ ही स्टूडेंट स्किल डवलपमेंट मॉड्यूल की तीन पुस्तकें (प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय प्रोफेशनल) सम्मिलित हैं। 

◆ इस अवसर पर आयोजन-स्थल नवनिर्मित सुश्रुत-सभागार का लोकार्पण भी किया गया।

इस समारोह में स्वर्णपदक से सम्मानित व्यक्तित्व

◆ एम.डी./एम.एस. आयुर्वेद - डॉ. हरिशंकर शल्यतंत्र विषय, मदनमोहन मालवीय राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय, उदयपुर।

◆ बी.ए.एम.एस.-पीयूषिका शर्मा, भंवरलाल दूगड़ आयुर्वेद विश्वभारती, सरदारशहर।

◆ बी.एच.एम.एस. से  दीपिका गुलवानी, स्वास्थ्य कल्याण होम्योपैथी मेडिकल कॉलेज, जयपुर।

◆  बी.यू.एम.एस. (संयुक्त रूप से) से अनम रूही, राजस्थान यूनानी मेडिकल कॉलेज, जयपुर एवं सुलमान अहमद, राजपूताना यूनानी मेडिकल कॉलेज, जयपुर।

◆ बी.एससी. आयुर्वेद नर्सिंग के पूनम शर्मा, यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ आयुर्वेद नर्सिंग, जोधपुर।