आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस पार्टी द्वारा प्रदेश की जनता को कल सात गारंटी दी गई। सवाल उठा कि गारंटी शब्द क्यों काम में लिया गया है, जिसका उत्तर यह है कि भाजपा विशेषकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वादा शब्द का अवमूल्यन कर दिया है और उसके साथ-साथ इस शब्द का अर्थ खत्म हो गया है, इसलिये कांग्रेस पार्टी शुरू से ही गारंटी शब्द का इस्तेमाल कर रही है और हर राज्य में कांग्रेस गारंटी दे रही है।
उक्त विचार कांग्रेस कार्यसमिति के विशेष आमंत्रित सदस्य एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता मोहन प्रकाश ने आज प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय, जयपुर पर प्रेसवार्ता को सम्बोधित करते हुये व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी द्वारा दी गई गारंटी कांग्रेस की पुन: सरकार बनने पर किस दिशा में कार्य करेगी, इस सोच का परिचायक है, क्योंकि पुन: सरकार बनने पर सरकार द्वारा इन बिन्दुओं को पूरा किया जायेगा, जैसे कांग्रेस ने कर्नाटक में किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी द्वारा सभी वित्तीय प्रबंधन को सोचकर इन गारंटियों को देने का कार्य किया गया है। उन्होंने कहा कि राजनीति की विश्वसनीयता मोदी राज में गिर रही है, इसलिये कांग्रेस पार्टी द्वारा दिखाई गई दिशा में आगामी विधानसभा चुनावों में महत्वपूर्ण है जो कि राजस्थान के लिये ही नहीं देश के लिये महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस सरकार ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में एक नया मॉडल ऑफ गर्वमेन्ट दिया है जिसमें सामाजिक सुरक्षा, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और भविष्य के लिये रोड मैप देने का कार्य किया गया है, इसलिये देश के अन्य राज्यों की सरकारों को इस मॉडल पर विचार करने हेतु मजबूर होना पड़ा है। उन्होंने कहा कि भाजपा को विकास अथवा सोशल सिक्यूरिटी से कोई सरोकार नहीं है, इसलिये भाजपा मोदी एवं कमल पर वोट मांग रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा का मॉडल है, लूट और झूठ का, जिसमें कोई विजन नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज गारंटी शब्द बोल रहे हैं तो क्या पिछले 9 वर्ष से कोई अन्य प्रधानमंत्री था? उन्होंने कहा कि देश की बदहाली व परेशानी का कारण मोदी सरकार की जनविरोधी और पूंजीपति परस्त नीतियां हैं। उन्होंने कहा कि आज देश की जनता तकलीफ में है तथा हर वर्ग परेशान है, लेकिन मंहगाई पर चर्चा नहीं होती है। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों के समय में भी मंहगाई होती थी किन्तु परस्थितिजन्य कीमतें बढ़ती थी जो महिने दो महिने बाद कम भी हो जाती थी तथा सरकार विधिसम्म्त् कार्यवाही भी करती थी, किन्तु आज के दौर में मंहगाई प्रायोजित नजर आती है। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता बार-बार कहते हैं कि पेट्रोल-डीजल के दामों का बढऩा सरकार के हाथ में नहीं है, तो मोदी जी यह जवाब दें कि जो रसोई गैस के दाम 200 रूपये घटायें हैं वह किस आधार पर कम किये गये हैं। उन्होंने कहा कि हर चीज में केन्द्र सरकार के संरक्षण में लूट चल रही है, सरकारी सम्पत्तियां बिक रही है, किसान बदहाल है, नौजवान, आम गृहणी, व्यापारी परेशान हैं किन्तु उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को हफ्ते में कम से कम दो दिन राजस्थान आना चाहिये क्योंकि प्रधानमंत्री का चेहरा देखने पर किसानों को लगता है कि 700 किसानों की शहीदी के लिये यह जिम्मेदार है तथा किसान को पुन: याद आ जाता है कि केन्द्र सरकार किसानों की जमीनों को पूंजीपतियों को सौंपना चाहती थी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के चेहरे में महिलाओं को मंहगाई नजर आती है तथा नौजवानों को बेरोजगारी दिखाई देती है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के दौरों से भाजपा का वोट भी घटेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आये लेकिन प्रदेश की गरिमा के अनुसार ही भाषा का इस्तेमाल करें क्योंकि किसी के उंगली दिखाने से डर जायें ऐसा राजस्थान का स्वभाव नहीं है। उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार ने जनकल्याण हेतु पूर्व में 10 गारंटियां लागू की तथा अब पुन: सरकार बनने पर सात गारंटियां लागू करने का निर्णय जनता के सामने रखा है।
मोहन प्रकाश ने कहा कि भाजपा को अपना नाम बदलकर ईडी पार्टी रख लेना चाहिये, क्योंकि बंगाल चुनाव में आचार संहिता के रहते भाजपा के नेताओं से ज्यादा ईडी ने दौरा किया, कर्नाटक के चुनाव में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष डी. के. शिवकुमार जिस दिन अपने मुहुर्त के अनुसार नामांकन दाखिल करने वाले थे उसी दिन नोटिस देकर दिल्ली बुला लिया। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में भी ईडी के खूब छापे पड़े तथा वहॉं की जनता ने भाजपा को चुनाव हराकर कड़ा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि राजस्थान में भी ईडी के छापे भाजपा की सोची-समझी रणनीति के तहत् डाले जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता एवं सांसद डॉ. किरोड़ी मीणा जिस तरह से वक्तव्य दे रहे हैं, ऐसा प्रतीत होता है कि ईडी उनके कहने से कार्य करती है। उन्होंने कहा कि ईडी ने कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष के यहॉं छापे डालकर एक किसान पुत्र जो प्रदेश में अपनी पहचान बनाये हुये है को अपमानित करने का कार्य किया है एवं पूरी किसान कौम में इस बात को लेकर गुस्सा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को झुका नहीं पाये तो भाजपा नेता राजस्थान में ईडी के छापे डलवा रहे हैं तथा उनके बेटे को 12 साल पुराने मामले में सम्मन भेज दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता ईडी और इनकम टैक्स के पीछे छिपकर राजनैतिक विरोधियों पर प्रहार कर रहे हैं लेकिन बंगाल और कर्नाटक के लोगों ने ईडी और सीबीआई की रेडस् का पुरस्कार भाजपा का सफाया कर दिया था, उसी प्रकार राजस्थान के आगामी विधानसभा चुनावों में भाजपा की हार सुनिश्चित है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में 500 रूपये का सिलेण्डर मिल रहा है जो भाजपा नेताओं को खटक रहा है एवं भाजपा अपने ही कार्यकर्ताओं को जवाब नहीं दे पा रही है। उन्होंने कहा कि ऐसा शक है कि कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष के कम्प्यूटर को खंगाल कर उसका डाटा पैन ड्राईव में ईडी ले गई है। उन्होंने कहा कि भाजपा वाले कांग्रेस की रणनीति को मालूम करना चाहते थे, इसलिये यह डाटा लिया जो कि डाटा चोरी की श्रेणी में आता है। उन्होंने कहा कि भाजपा चाहे जितने षडय़ंत्र कर ले प्रदेश में पुन: कांग्रेस की सरकार बनेगी।