ईडी की पेपर लीक मामले में राजस्थान कांग्रेस प्रमुख गोविंद सिंह डोटासरा के ठिकानों पर छापेमारी
ईडी राजस्थान के पूर्व शिक्षा मंत्री और कांग्रेस नेता गोविंद सिंह डोटासरा से जुड़े कई स्थानों पर छापेमारी कर रही है. कांग्रेस विधायक ओम प्रकाश हुडला से जुड़े परिसरों पर भी छापेमारी की जानकारी मिल रही है. ईडी की ये रेड जयपुर, दौसा और सीकर में चल रही है. अब तक की जानकारी के हिसाब से ये छापेमारी राजस्थान परीक्षा पेपर लीक मामले में मनी लॉन्ड्रिंग जांच के संबंध में है. पेपर लीक मामले, मनी लॉन्ड्रिंग और हवाला के ज़रिए रुपयों के लेनदेन मामलों की गुप्त शिकायतें ED को इन नेताओं के खिलाफ मिली हैं. पिछले दिनों आरपीएसी सदस्य बाबुलाल कटारा से हुई पूछताछ, कुछ कोचिंग संचालकों की ईडी में शिकायतों के बाद यह कार्रवाई हुई है.
राजस्थान सीएम और डोटासारा ने एक्स पर दी प्रतिक्रिया
ईडी के इस एक्शन पर गोविंद सिंह डोटासारा ने एक्स पर सत्यमेव जयते लिखा. वहीं राजस्थान सीएम अशोक गहलोत ने भी इस मसले पर एक्स पर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने लिखा कि राजस्थान की महिलाओं के लिए कांग्रेस की गारंटियां लॉन्च के बाद राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविन्द सिंह जी डोटासरा के यहां ED की रेड. मेरे बेटे वैभव गहलोत को ED में हाज़िर होने का समन. इससे अब आप समझ सकते हैं, जो मैं कहता आ रहा हूं कि राजस्थान के अंदर ED की रेड रोज़ इसलिए होती है क्योंकि भाजपा ये नहीं चाहती कि राजस्थान में महिलाओं को, किसानों को, गरीबों को कांग्रेस द्वारा दी जा रही गारंटियों का लाभ मिल सके.
ईडी के एक्शन पर खरगे और पायलट ने बीजेपी को घेरा
सचिन पायलट ने एक्स पर लिखा राजस्थान कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा जी के यहां ED की रेड की मैं कठोर शब्दों में निंदा करता हूं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी के पुत्र वैभव गहलोत को भी ED का सम्मन दिया गया है. भाजपा इस तरह के हथकंडों से कांग्रेस के नेताओं को डरा नहीं सकती. प्रदेश कांग्रेस के सभी नेता और कार्यकर्ता एकजुटता से साथ खड़े हैं. इस प्रकार की कार्यवाही से भाजपा की घबराहट साफ़ दिखाई देती है, क्योंकि जनता आगामी चुनावों में राजस्थान में फिर कांग्रेस की सरकार लाने का मन बना चुकी है.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने एक्स पर लिखा,” चुनाव आते ही ED, CBI, IT आदि भाजपा के असली ‘पन्ना प्रमुख’ बन जाते हैं. राजस्थान में अपनी निश्चित हार को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी ने चला अपना आख़िरी दांव ! ED ने छत्तीसगढ़ के बाद राजस्थान में भी विधानसभा चुनाव अभियान में उतरते हुए कांग्रेसी नेताओं के ख़िलाफ़ कार्रवाई शुरू कर दी है. पीएम मोदी सरकार की तानाशाही लोकतंत्र के लिए घातक है. हम एजेंसियों के दुरुपयोग के ख़िलाफ़ लड़ते रहेंगे, जनता भाजपा को क़रारा जवाब देगी.
डोटासरा पर छापेमारी के बाद कांग्रेस नेताओं में हड़कंप
ईडी की टीम CRPF जवानों को साथ लेकर जयपुर, सीकर और दौसा में करीब 7 ठिकानों पर पड़ताल कर रही है. घर के बाहर सुरक्षा के लिए जवान तैनात किए हैं. फिलहाल सुबूत और दस्तावेज जुटाए जा रहे हैं, जिनकी जांच के बाद दस्तावेजों के आधार पर ईडी की टीम आगे इन्वेस्टिगेशन और कार्रवाई करेगी. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा पर छापेमारी के बाद नेताओं में हड़कंप मच गया है, क्योंकि पार्टी प्रदेशाध्यक्ष पर सीधे हाथ डाल दिया गया है. ईडी की टीम ने कुछ दिन पहले सीकर में कलाम एकेडमी (कोचिंग इंस्टिट्यूट ) पर छापे की कार्रवाई की थी.
ईडी की टीम को छापेमारी में क्या कुछ मिला उसे तब उजागर नहीं किया गया. लेकिन अब विधानसभा चुनाव से पहले ईडी की टीम की छापेमारी निश्चित तौर पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को संकट में डाल सकती है . इससे पहले गोविंद सिंह डोटासरा यह चेतावनी देते रहे हैं कि ईडी जांच कर ले, कुछ होने वाला नहीं है, हम तैयार हैं. सीएम अशोक गहलोत भी कहते रहे हैं कि जहां चुनाव होते हैं वहां ईडी पहले पहुंच जाती है.
ईडी ने भूपेन्द्र सरन और अन्य के खिलाफ मनी लांड्रिंग की जांच शुरू की थी
सूत्रों के मुताबिक नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ और सांसद किरोड़ी लाल मीणा की पिछले दिनों पेपर लीक मुद्दे पर लंबी चर्चा हुई थी. उसके बाद बीजेपी पार्टी स्तर पर भी स्ट्रेटजी बनाई गई. जिसके तहत खुद राज्यसभा सांसद डॉक्टर किरोडी लाल मीणा ईडी के दफ्तर पहुंच गए थे और उसे शिकायत की थी. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने राजस्थान में पेपर लीक मामले मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में भूपेन्द्र सरन को गिरफ्तार किया था. ईडी ने भूपेन्द्र सरन और अन्य के खिलाफ राजस्थान पुलिस की एफआईआर के आधार पर मनी लांड्रिंग (Money laundering) की जांच शुरू की थी. ईडी की जांच में पता चला कि भूपेन्द्र सारण ने दूसरे आरोपियों के साथ मिलकर सीनियर टीचर ग्रेड II प्रतियोगी परीक्षा, 2022 के सामान्य ज्ञान का पेपर लीक किया था.
ये परीक्षा राजस्थान में आरपीएससी ने 21,22 और 24 नवंबर 2022 को कराई थी. भूपेन्द्र सरन ने सुरेश ढाका और अन्य आरोपियों को 8-10 लाख रुपए दिए थे. ईडी ने इससे पहले 5 जून 2023 को आरोपियों के 15 परिसरों की तलाशी ली थी. इस दौरान आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल रिकॉर्ड जब्त किए गए थे. इसके अलावा, ईडी ने 3,11,93,597.88 रुपए की चल अचल संपत्ति जब्त की थी. ईडी ने पहले दो आरोपियों बाबूलाल कटारा और अनिल कुमार मीना उर्फ शेर सिंह मीना को गिरफ्तार किया था.