मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने कहा कि विधानसभा आम चुनाव—2023 में आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) के उल्लंघन पर प्रभावी कार्यवाही के लिए आमजन ‘सी-विजिल‘(नागरिक सतर्कता) एप का इस्तेमाल कर सकते हैं। इस एप की खास बात यह है कि आचार संहिता से जुड़ी किसी भी शिकायत का समाधान महज सौ मिनट में हो जाता है। श्री गुप्ता ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग निर्वाचन प्रक्रिया को सुगम और प्रभावी बनाने के लिए नित नई तकनीक का इस्तेमाल कर रहा है। इसी कड़ी में आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन को रोकने में यह एप अहम भूमिका निभा रहा है। भारत निर्वाचन आयोग ने कई राज्यों में इस एप के जरिए प्रभावी कार्यवाही की है।मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि अभी तक आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायतों पर पर्याप्त सबूतों के अभाव में कड़ी कार्यवाही नहीं हो पाती थी, अब इस एप के जरिए फास्ट ट्रेक शिकायत प्राप्ति और समाधान प्रणाली से प्राप्त शिकायतों पर तय समय सीमा में कार्यवाही संभव होगी। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति एन्ड्रॉयड आधारित सी-विजिल एप को मोबाइल फोन में डाउनलोड कर सकता है। उन्होंने बताया कि यह एप्लीकेशन केवल उन्हींय राज्यों की भौगोलिक सीमा के भीतर उपभोग्ये होगी जहां निर्वाचन चल रहे हैं। गुप्ता ने बताया कि आमजन आदर्श आचार संहिता का उल्लंउघन करने वाली गतिविधियों का संक्षेप में विवरण करते हुए एक फोटो खींचें या 2 मिनट का एक वीडियो बनाएं। शिकायत दर्ज करने से पहले उसका संक्षेप में उल्लेेख करें। शिकायत के साथ संलग्न जीआईएस सूचना स्व त: संबंधित जिला नियन्त्राण कक्ष तक पहुंच जाती है, जिसके फलस्व रूप उड़नदस्ताा कुछ ही मिनटों में घटनास्थ:ल पर भेजकर कार्यवाही सुनिश्चित की जाती है।कैसे काम करता है सी-विजिल‘सी-विजिल‘ किसी भी व्यक्ति को आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की रिपोर्ट करने की अनुमति देता है। आमजन इस एप का इस्तेमाल करके कदाचार की घटना की जानकारी भेज सकता है। सौ मिनट की समय सीमा में अधिकारीगण समस्या का निस्तारण करेंगे। इस एप की सबसे खास बात यह है कि शिकायतकर्ता की पहचान गोपनीय रखी जाने का भी विकल्प है। कोई भी व्यक्ति एन्ड्रॉयड आधारित ‘सी-विजिल’ एप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकता है।