लुणी क्षेत्र में 20 राष्ट्रीय पक्षी मोरों की मौत, ग्रामीणों में रोष!
रेंदड़ी गांव: लुणी क्षेत्र के रेंदड़ी गांव की सीमा पर स्थित एक तालाब में 20 राष्ट्रीय पक्षी मोर मृत पाए गए। यह घटना रविवार सुबह सामने आई जब ग्रामीणों ने तालाब के किनारे मोरों के शव देखे। मृत मोरों में से अधिकांश पेड़ों पर ही मृत पाए गए, जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि वे पेड़ों से गिरकर मर गए।
ग्रामीणों का आरोप:
ग्रामीणों का आरोप है कि मोरों की मौत हीटवेव और पेयजल की कमी के कारण हुई है। उनका कहना है कि क्षेत्र में पानी की भारी कमी है और मोरों को पीने के लिए पानी नहीं मिल रहा था। उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि सूचना देने के बाद भी वन विभाग के कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचे।
वन विभाग का बयान:
वन विभाग के अधिकारियों ने कहा है कि वे घटना की जांच कर रहे हैं और मोरों की मौत का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि वे क्षेत्र में पानी की व्यवस्था करने के लिए कदम उठा रहे हैं।
ग्रामीणों का गुस्सा:
वन विभाग के कर्मचारियों के मौके पर नहीं पहुंचने से ग्रामीणों और वन्यजीव प्रेमियों में भारी रोष है। उनका कहना है कि यह घटना वन विभाग की लापरवाही का सबूत है।
पुलिस मौके पर:
लूणी थाना पुलिस को घटना की सूचना मिली और वे मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है और मोरों की मौत का कारण जानने के लिए प्रयास कर रही है।
यह घटना चिंताजनक है:
यह घटना चिंताजनक है क्योंकि मोर भारत का राष्ट्रीय पक्षी है और उनकी संख्या में लगातार कमी आ रही है। हीटवेव और जलवायु परिवर्तन के कारण वन्यजीवों को खतरा है और ऐसे में वन विभाग को इनकी सुरक्षा के लिए तत्काल कदम उठाने चाहिए।