राजस्थान में हीट स्ट्रोक से BSF जवान शहीद, भीषण गर्मी में 50 डिग्री पार तापमान
राजस्थान के जैसलमेर में हीट स्ट्रोक के कारण एक BSF के जवान शहीद हो गया. भारत पाकिस्तान बॉर्डर पर तैनात सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवान अजय कुमार का कथित तौर पर राज्य में पड़ रही भीषण गर्मी के चलते निधन हो गया. राजस्थान में गर्मी का सितम इतना बढ़ गया है कि अब तक करीब डेढ़ दर्जन लोगों की हीट स्ट्रोक के चलते मौत हो चुकी है. राजस्थान के कई जिलों में तापमान 50 डिग्री सेस्लियस के पार पहुंच गया है. बता दें सरकार ने अभी तक हीट स्ट्रोक से होने वाली मौतों का आंकड़ा जारी नहीं किया है. सरकार का कहना है कि डेथ ऑडिट के बाद ही ये तय होगा कि ये मौतें हीट स्ट्रोक से हुई हैं या किन्हीं और कारणों से.
भारत-पाकिस्तान सीमा पर तैनात बीएसएफ का एक जवान शहीद हो गया. बीएसएफ के जवान की जान जाने की वजह हीट स्ट्रोक बताई जा रही है. मृतक जवान को गार्ड ऑफ ऑनर और पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई. बता दें कि इन दिनों बॉर्डर पर तापमान 50 डिग्री के पार हो गया है. शहीद होने वाला जवान 173वीं वाहिनी सीमा सुरक्षा बल में कांस्टेबल के पद पर तैनात था. जवान का नाम अजय कुमार था, वह पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के सारू गांव का रहने वाला था. भीषण गर्मी की वजह से जवान की तबीयत खराब हुई और बाद में इलाज के दौरान जवान ने दम तोड़ दिया. उसके शव को रामगढ़ अस्पताल लाया गया.
54 डिग्री के पार पहुंचा पारा
जैसलमेर से ही सटे फलौदी में तापमान 49.8 डिग्री दर्ज हुआ, तो वहीं बाड़मेर में 49.0 डिग्री. रेत अब आग की तरह धधकने लगी है. कई जगह तापमान दिखाने वाली मशीन में अब 55 डिग्री पारा दिखाने लगा है. हालांकि, जवानों को कूलिंग जैकेट दिए गए हैं लेकिन फिर भी ये तरीके काम नहीं कर रहे. गर्मी के कहर का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जवान तपती रेत में ऑमलेट बना ले रहे हैं, पापड़ सेंक रहे हैं.
गर्मी से बचने के खास इंतजाम
हमारे जवान धधकते धोरों में ही अपनी जान की बाजी लगाकर भारत की रक्षा में जुटे हुए हैं. बता दें धधकते धोरों में पैदल गश्त करना आसान नहीं होता. पैर रखते ही धोरों में पैर धंस जाते हैं. जवानों के लिए बॉर्डर पर खास इंतजाम किये गए हैं फिर भी इस गर्मी ने अजय की जान ले ली.