भाजपा ने गहलोत की गारंटियों पर उठाए सवाल, कहा- चुनाव से ठीक पहले झूठे वादे

भाजपा ने गहलोत की गारंटियों पर उठाए सवाल, कहा- चुनाव से ठीक पहले झूठे वादे
  • भाजपा ने गहलोत की गारंटियों पर सवाल उठाए
  • कहा- चुनाव से ठीक पहले झूठे वादे

कांग्रेस पार्टी ने कलअपने मुख्यमंत्री पद के लिए 7 गारंटियां जारी की, जिसने चुनावी मैदान में जोरदार गहराई तक गतिमानता और विवेक की आवश्यकता को उजागर किया है। इस पर, भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) ने तत्परता से पलटवार किया है और उनकी गारंटियों की प्राथमिकता पर सवाल उठाया है।

कांग्रेस के चुनावी वादों की एक सीरी आम जनता के बीच उम्मीद और उत्साह को बढ़ा रही है। लेकिन इन वादों की वास्तविकता के पर्दे को उठाते हुए, केन्द्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने जयपुर में मीडिया से बातचीत की।

“कांग्रेस को चुनाव से ठीक पहले किसानों, महिलाओं, प्रदेश के युवाओं और गोवंश की याद क्यों आई है?” उन्होंने पूछा। “बीते पांच सालों में, कांग्रेस सत्ता में थी। तब किसानों का कर्जा माफ नहीं किया गया, महिलाओं की सुरक्षा करने में असमर्थ रहे और युवाओं को रोजगार नहीं दिया गया। अब चुनाव से ठीक पहले झूठे वादों का ब्रह्मण किया जा रहा है।”

चौधरी ने इस विचार में गहलोत की गारंटियों को संक्षेप में जाँचने के लिए सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक मायनों में विचार किया।

  1. किसानों की समर्थन: गहलोत ने वादा किया है कि किसानों को समर्थन प्रदान किया जाएगा और उनकी स्थिति में सुधार किया जाएगा। चौधरी ने सवाल उठाया, “क्या यह वाक्य पिछली सरकार के समय कही गई बातों का दोहरावा नहीं है?”
  2. महिला सुरक्षा: गहलोत ने महिला सुरक्षा को महत्वपूर्ण माना है, लेकिन चौधरी ने सवाल उठाया कि “क्या यह सिर्फ चुनावी वक्त की खोखली बात है या वास्तविक नीति है?”
  3. रोजगार: गहलोत ने रोजगार की बढ़ती संख्या का वादा किया है, लेकिन चौधरी ने यह सवाल किया, “क्या यह संख्याएँ सिर्फ स्लोगन हैं या वास्तविक योजना के साथ आई हैं?”
  4. गोवंश संरक्षण: गहलोत ने गोमांस व्यापार को नियंत्रित करने का वादा किया है, जबकि चौधरी ने पूछा, “क्या यह सिर्फ विवादित मुद्दा पर राय रखने की कोशिश है या यह वास्तविक चिंता का परिणाम है?”
  5. शिक्षा और स्वास्थ्य: गहलोत ने शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुधार का आश्वासन दिया है, जिस पर चौधरी ने कहा, “क्या यह सिर्फ लिखाई-पढ़ाई के इंफ्रास्ट्रक्चर पर जोर है या यह वास्तविक गुणवत्ता की शिक्षा है?”
  6. न्याय और समाजिक समानता: गहलोत ने न्याय और समाजिक समानता की बात की, जिस पर चौधरी ने सवाल उठाया, “क्या यह वादा सिर्फ वोटों की प्राप्ति के लिए है या वास्तविक समाजिक परिवर्तन का उद्देश्य है?”
  7. विकास के प्रोजेक्ट्स: गहलोत ने विकास के कई प्रोजेक्ट्स का वादा किया है, लेकिन चौधरी ने सवाल किया, “क्या ये प्रोजेक्ट्स सिर्फ फोटो-ओप के लिए हैं या वास्तविकता में स्थापित किए जाएंगे?”